The smart Trick of sidh kunjika That No One is Discussing
The smart Trick of sidh kunjika That No One is Discussing
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Those that examine Devi Mahatmya devoid of this prayer of Kunjika will likely not get to the forest of perfection as they will weep alone with no one to protect or defend them.
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
ओं अस्य श्री कुञ्जिका स्तोत्रमन्त्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ओं ऐं बीजं, ओं ह्रीं शक्तिः, ओं क्लीं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
जाग्रतं हि महादेवि जप ! सिद्धिं कुरूष्व मे।।
सां सीं सूं सप्तशती देव्या मंत्र सिद्धिं कुरुष्व मे॥
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा read more और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.